लेखक : सिर्गेइ नोसव अनुवाद : आ. चारुमति रामदास लेखक : सिर्गेइ नोसव अनुवाद : आ. चारुमति रामदास
र फिर उनके जीवन में जहां तीसरे ने इंट्री ली बस उनके बीच में दरार बननी शुरू हो गई। र फिर उनके जीवन में जहां तीसरे ने इंट्री ली बस उनके बीच में दरार बननी शुरू हो गई...
स्वाभिमान केे साथ जीना है तो मार्शल आर्ट सीखा होगा। स्वाभिमान केे साथ जीना है तो मार्शल आर्ट सीखा होगा।
दरवाजे से अंदर आती माॅ॑ की आंखों पर पड़ा बेटी-प्रेम का पर्दा उतर चुका था। दरवाजे से अंदर आती माॅ॑ की आंखों पर पड़ा बेटी-प्रेम का पर्दा उतर चुका था।
कागजों पर हस्ताक्षर किए और फिर धीमे कदमों से चलते हुए बाहर आ गया। कागजों पर हस्ताक्षर किए और फिर धीमे कदमों से चलते हुए बाहर आ गया।
लड़ाई में सबको एक साथ मिल कर ही लड़ना होगा, तभी जीत संभव है लड़ाई में सबको एक साथ मिल कर ही लड़ना होगा, तभी जीत संभव है